आज के ही दिन पिता हुए थे शहीद, बेटा आज फौजी बनकर घर पहुंचा
आज के ही दिन पिता हुए थे शहीद, बेटा आज फौजी बनकर घर पहुंचा
देवभूमि की वह वीरांगना है जिसने संकल्प लिया पति के शहीद होने के बाद बेटे भूपेंद्र बिष्ट को फौजी बनाया- अनिता ममगाईं
ऋषिकेश :नि. महापौर अनिता ममगाई ने गुमानीवाला में फौजी भूपेंद्र बिष्ट के घर पहुंचकर उनको और उनके परिजनों को बधाई दी है। फौजी भूपेंद्र बिष्ट शहीद राजेंद्र सिंह बिष्ट के पुत्र हैं। आज वे ट्रेनिंग पूरी कर घर लौटे हैं। 2005 आज के ही दिन उनके पिता राजेंद्र बिष्ट शहीद हुए थे। उसके बाद उनकी माता लक्ष्मी बिष्ट ने कैसे बच्चे पाले होंगे यह आप अंदाजा लगा सकते हैं। परिवार में भूपेंद्र की माता और बहन करिश्मा बिष्ट हैं।इस अवसर पर नि. महापौर अनिता ममगाई ने कहा कि राजेंद्र बिष्ट आज के ही दिन शहीद हुए थे। उस समय आठ महीने का बच्चा था। भूपेंद्र ऐसे में उस महिला को नमन है सैलूट है, जिसने बच्चे पाले जो संकल्प लिया। परिवार को कैसे खड़ा किया होगा इसका हम अंदाजा नहीं लगा सकते हैं उन्होंने संकल्प लिया था बेटे को सेना में भर्ती करवाउंगी और वह किया। उसे देश सेवा के लिए राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित करुँगी। भूपेंद्र की माता वीरांगना लक्ष्मी बिष्ट ने अपना संकल्प पूरा किया। यह बहुत बड़ा उदहारण है देश के सामने आज भूपेंद्र ट्रेनिंग पूरी कर घर आ चुका है। देश सेवा के लिए तैयार हैं। पूरे नगर निगम क्षेत्र, मेरे व् मेरे परिवार की तरफ से बहुत बहुत-बधाई और ढेर सारी शुभकामनायें हैं भूपेंद्र के आगे के जीवन के लिए उम्मीद है वह शहीद पिता के सपनों को पूरा करेगा। इस दौरान उन्होंने युवा फौजी भूपेंद्र बिष्ट को शाल ओढाकर और पुष्प माला पहना कर स्वागत अभिनंदन किया।
आपको बता दें कि गुमानीवाला निवासी 19 वर्षीय राइफलमैन भूपेंद्र बिष्ट को गढ़वाल रायफल में नियुक्ति होने के बाद ट्रेनिंग पूरी कर घर पहुंचा है। इस अवसर पर लोग बधाई देने पहुंचे घर बिष्ट परिवार मूल रूप से देवाल इलाका चमोली गढ़वाल जिले का रहने वाला है। इस दौरान पार्षद विपिन पंत, हरीश रतूड़ी, अनूप बडोनी, राहुल त्रिपाठी, जनार्दन नवानी, संगीता गौड़, उर्मिला चमोली, रत्नमणि अंथवाल, मानसी गौड़, स्मृति चमोली आदि लोग मौजूद रहे।