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‘द आर्किटेक्चरल डेवलपमेंट ऑफ टेंपल ऑफ उत्तरकाशी पुस्तक के लेखक राकेश राणा ने उत्तरकाशी के मंदिरों का वास्तुशिल्प विकास आधारित पुस्तक के अंश किए साझा 

‘द आर्किटेक्चरल डेवलपमेंट ऑफ टेंपल ऑफ उत्तरकाशी पुस्तक के लेखक राकेश राणा ने उत्तरकाशी के मंदिरों का वास्तुशिल्प विकास आधारित पुस्तक के अंश किए साझा 

उत्तरकाशी (वीरेंद्र नेगी) – उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है। मान्यता है कि यहां के कण-कण में देवताओं का निवास है। कई पवित्र हिन्दू मंदिरों और तीर्थ स्थलों के कारण इसे अक्सर देवताओं की भूमि देवभूमि उत्तराखंड के रूप में जाना जाता है।

उत्तरकाशी जहां धार्मिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण स्थल है। क्योंकि यहां भगवान विश्वनाथ का प्रसिद्ध मंदिर है। उत्तरकाशी जनपद में अनेकों पौराणिक मंदिर विशिष्ट शैली व वास्तु के लिए जाने जाते हैं। आज एक सेमिनार राकेश सिंह राणा ने अपनी अंग्रेजी पुस्तक ‘द आर्किटेक्चरल डेवलपमेंट ऑफ टैम्पल ऑफ उत्तरकाशी’ (The Architectural Development of Temples Of Uttarkashi) के अंश साझा करते हुए लोगों से प्रकाशन पूर्व सुझाव मांगे। साथ ही उन्होंने उत्तरकाशी के मंदिरों पर नवीनतम जानकारी से अवगत कराया।

इस अवसर पर ऋषि राम शिक्षण संस्थान के प्रबंध निदेशक अरविंद जगूड़ी, शिक्षक शैलेन्द्र कुमार नौटियाल, अरविन्द भट्ट, साधना जोशी, डॉ. शम्भू प्रसाद नौटियाल, रमेश सिंह राणा, गुलाब सिंह पडियार, संजय जगूड़ी, प्रकाश सेमवाल, लोकेन्द्र परमार, अजय नौटियाल आदि उपस्थित थे।

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